हीरे का सौदा, जेल का पता! नीरव मोदी का भाई निहाल भी चकमा नहीं दे पाया

गौरव त्रिपाठी
गौरव त्रिपाठी

जब बड़े भाई नीरव मोदी ने हीरों के कारोबार में “कटिंग” से ज़्यादा बैंक खातों की “कटौती” की, तो छोटे भाई निहाल मोदी ने भी कदम मिलाकर रफ़्तार पकड़ ली। अब अमेरिका की जेल में कड़क कॉफ़ी पी रहे निहाल को भारत लाने की तैयारी शुरू हो गई है।

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अमेरिका में गिरफ्तारी – “Made in India Scam, Exported Globally”

नीरव मोदी के भाई निहाल मोदी को अमेरिका में हिरासत में ले लिया गया है। सीबीआई और ईडी की मेहनत रंग लाई, और अमेरिका के न्याय विभाग ने भी गिरफ्तारी पर मुहर लगा दी। आरोप? सिर्फ 2.6 मिलियन डॉलर की ‘छोटी सी’ धोखाधड़ी। भारत वाले तो पहले से ही 13,000 करोड़ के पीएनबी घोटाले में उनका नाम रट चुके हैं।

नीरव की परछाई या मनी लॉन्ड्रिंग के CEO?

निहाल का असली काम हीरा तराशना नहीं, “कालाधन चमकाना” था। आरोप है कि वो नीरव मोदी की कमाई को व्हाइट मनी में बदलने की मशीन की तरह काम करता था – बिना मैनुअल के। फर्जी कंपनियाँ, हेरा-फेरी, कैश ट्रांसफर और दस्तावेजों की सफाई में वो इतना माहिर था कि अगर सफाई अभियान होता, तो ब्रांड एंबेसडर वही होता।

“Catch Me If You Can” Season 2?

अमेरिका में 17 जुलाई को कोर्ट में पेशी है। निहाल ज़मानत मांगेगा, लेकिन अमेरिकी अधिकारी उससे ज़्यादा सख्त हैं। वहीं भारत में ईडी पहले से ही आरोप पत्र के साथ रेड कारपेट बिछाए बैठी है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, पीएनबी घोटाले के बाद निहाल और मिहिर भंसाली ने दुबई से 50 किलो सोना और बड़ी मात्रा में कैश भी निकाल लिया था।

चाचा मेहुल, भाई नीरव और अब निहाल – पूरा पारिवारिक घोटाला यूनिवर्स

इस महा-घोटाले की स्क्रिप्ट किसी बॉलीवुड थ्रिलर से कम नहीं लगती। चाचा मेहुल चोकसी, भाई नीरव और अब निहाल – सबने मिलकर PNB की नींव ही हिला दी। लगता है ‘फैमिली बिजनेस’ की नई परिभाषा यही है।

नीरव मोदी लंदन की जेल में है, मेहुल चोकसी डोमिनिका से भागा हुआ है, और अब निहाल मोदी को अमेरिका से लाया जा रहा है। भारत सरकार कह रही है: “घोटाला किया है? तो लौट आइए, हमारी जेलें आपकी बाट जोह रही हैं!”

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